भाव
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रोक लो-
शब्द.
सब,
अर्थहीन
सीमाहीन
शक्ति
उस पार -
तक रही
आँखें इस द्वार -
शक्तिहीन.
ढूँढ लो,
साथी -
पंक्तिहीन
पंखहीन.
यह पल -
यह भाव -
सिर्फ भेदहीन
संपर्क विहीन....
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रोक लो-
शब्द.
सब,
अर्थहीन
सीमाहीन
शक्ति
उस पार -
तक रही
आँखें इस द्वार -
शक्तिहीन.
ढूँढ लो,
साथी -
पंक्तिहीन
पंखहीन.
यह पल -
यह भाव -
सिर्फ भेदहीन
संपर्क विहीन....
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